sidh kunjika - An Overview
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Beneficial Vitality: It will make the Vitality of the individual chanting it truly beneficial. This constructive Power changes the general aura of someone.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
ऐं-कारी सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से विपदाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं और समस्त कष्ट से मुक्ति मिलती है। यह सिद्ध स्त्रोत है और इसे करने से दुर्गासप्तशती पढ़ने के समान पुण्य मिलता है।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
बॉलीवुडओटीटीटेलीविजनतमिल सिनेमाभोजपुरी सिनेमामूवी रिव्यूरीजनल सिनेमा
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत more info होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ